डायबिटीज आज के समय की सबसे आम लेकिन गंभीर बीमारियों में से एक है। यह शरीर में ब्लड शुगर लेवल के असंतुलन के कारण होती है। डायबिटीज पेशेंट के लिए सबसे ज़रूरी बात यह है कि वे अपनी डाइट का सही चुनाव करें। सही भोजन न केवल ब्लड शुगर को नियंत्रित रखता है, बल्कि शरीर को ऊर्जा भी देता है। अगर आप या आपके किसी प्रियजन को डायबिटीज है, तो यह जानना बेहद ज़रूरी है कि डायबिटीज पेशेंट को क्या खाना चाहिए और क्या नहीं।

डायबिटीज पेशेंट के लिए सही डाइट कैसी होनी चाहिए?
डायबिटीज रोगी (Diabetic Patient) की डाइट हमेशा संतुलित, कम फैट और अधिक फाइबर वाली होनी चाहिए। इसमें सब्जियाँ, साबुत अनाज, प्रोटीन और सीमित मात्रा में कार्बोहाइड्रेट शामिल करना चाहिए। भोजन को दिनभर में छोटे-छोटे हिस्सों में बाँटकर खाना अधिक फायदेमंद होता है।
सही डाइट में शामिल करने योग्य खाद्य पदार्थ:
- हरी पत्तेदार सब्जियाँ जैसे मेथी, पालक, लौकी, तोरई
- साबुत अनाज जैसे ओट्स, जौ, ब्राउन राइस, दलिया
- दालें, मूंग, चना, राजमा
- लो-फैट दूध और दही
- मौसमी फल जैसे अमरूद, सेब, पपीता (सीमित मात्रा में)
- साबुत अनाज: ब्राउन राइस, रागी, और ओट्स ब्लड शुगर को स्थिर रखते हैं।
- ड्राई फ्रूट्स (सीमित मात्रा में): बादाम, अखरोट, अलसी के बीज इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ाते हैं।
क्या मधुमेह रोगी (Diabetic Patient) ज्यादा फाइबर खा सकता है?
जी हाँ, डायबिटीज पेशेंट के लिए फाइबर युक्त भोजन बेहद फायदेमंद होता है। फाइबर पाचन को धीमा करता है, जिससे ब्लड शुगर अचानक नहीं बढ़ता। ओट्स, दालें, हरी सब्जियाँ और फल इसके अच्छे स्रोत हैं। लेकिन किसी भी चीज़ की अति नहीं होनी चाहिए। दिनभर में लगभग 25–30 ग्राम फाइबर पर्याप्त माना जाता है।
डायबिटीज होने पर कितनी रोटी खानी चाहिए?
डायबिटीज पेशेंट को रोटी सीमित मात्रा में खानी चाहिए। सामान्यतः एक मील में दो से तीन रोटी पर्याप्त होती हैं, वह भी गेहूं में चना, जौ या रागी मिलाकर बनाई गई। इन मिश्रित अनाजों की रोटी ग्लूकोज को धीरे-धीरे रिलीज करती है, जिससे ब्लड शुगर बढ़ता नहीं।

डायबिटीज पेशेंट को दिनभर कितना मीठा खाना चाहिए?
डायबिटीज में “मीठा” का मतलब केवल चीनी नहीं होता, बल्कि हर तरह के कार्बोहाइड्रेट से शरीर में शुगर बनती है। डायबिटीज पेशेंट को दिनभर में मीठा बहुत सीमित मात्रा में लेना चाहिए, या बेहतर होगा कि सफेद चीनी को पूरी तरह बंद कर दें। उसकी जगह स्टीविया या अन्य नेचुरल स्वीटनर का प्रयोग करें।
क्या डायबिटीज पेशेंट के लिए ज्यादा घी और दूध का सेवन सही है?
घी और दूध दोनों ही सेहत के लिए लाभकारी हैं, लेकिन डायबिटीज पेशेंट को इनका सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए।
- घी: एक दिन में 1–2 चम्मच पर्याप्त है। यह शरीर में अच्छे फैट प्रदान करता है, पर अधिक सेवन से वज़न और शुगर बढ़ सकती है।
- दूध: लो-फैट या टोंड दूध बेहतर विकल्प है। बिना शक्कर वाला दूध सुबह या शाम लिया जा सकता है।

शुगर के रोगी को सुबह खाली पेट क्या खाना चाहिए?
सुबह खाली पेट लंबे समय तक कुछ न खाना डायबिटीज पेशेंट के लिए खतरनाक हो सकता है। इससे ब्लड शुगर बहुत कम या ज्यादा हो सकता है। सुबह खाली पेट वे ये चीज़ें ले सकते हैं:
- गुनगुना पानी में एक चुटकी मेथी दाना भिगोकर पीना
- एक छोटा टुकड़ा अमरूद या सेब
- बिना चीनी का ग्रीन टी
- बादाम या अखरोट के दो-तीन टुकड़े
डायबिटीज पेशेंट को क्या नहीं खाना चाहिए?
डायबिटीज पेशेंट को निम्नलिखित चीज़ों से बचना चाहिए: सफेद चीनी, मिठाई, कोल्ड ड्रिंक और केक सफेद ब्रेड, पास्ता और मैदे की चीज़ें डीप फ्राइड और जंक फूड अधिक नमक और प्रिज़र्व्ड फूड शराब और सिगरेट जैसी चीज़ें इनसे परहेज़ करने से ब्लड शुगर नियंत्रण में रहेगा और शरीर स्वस्थ बना रहेगा।
निष्कर्ष
एंडोक्रिनोलॉजिस्ट डॉ. अभिषेक श्रीवास्तव का कहना है, डायबिटीज कोई बीमारी नहीं, बल्कि एक “लाइफस्टाइल कंडीशन” है, जिसे सही खानपान और नियमित व्यायाम से नियंत्रित किया जा सकता है। डायबिटीज पेशेंट अगर अपने भोजन में फाइबर, प्रोटीन और हेल्दी फैट्स का संतुलन रखें, तो वे लंबे समय तक स्वस्थ रह सकते हैं। याद रखें — “आपका खाना ही आपकी दवा है।”